लगभग 2,500 साल पहले एथेंस, यूनान का इतिहासकार, राजनैतिक दार्शनिक और सेनानायक रहे थ्यूसीडाइड्स ने चेतावनी दी थी, "यह सोचना आपके लिए एक ग़लती होगी कि आपके शहर की वर्तमान सैन्य शक्ति के कारण, या आपके द्वारा अर्जित किए गए सैन्य लाभ के कारण, भाग्य हमेशा आपका साथ देगा। विवेक वाले इंसान भविष्य की अनिश्चितता को ध्यान में रखते हुए अपने सैन्य लाभ को सुरक्षित रख कर ही आने वाले आपदा को समझदारी से निपटने में सक्षम रहते हैं। हम आपदा नहीं चाहते; हम युद्ध को रोकना चाहते हैं, लेकिन अगर ऐसा होता है, तो सैन्य बल को मजबूत कर लड़ाई जीतने के लिए तैयार रहना चाहिए।"
इज़राइल का अति सैन्य आत्मविश्वास घातक है!
- विश्लेषण
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- 11 Oct, 2023

इजराइल की रक्षा और उसकी खुफिया एजेंसियों को अचूक माना जाता रहा था, लेकिन हमास ने इस धारणा को तोड़ दिया। आख़िर इसके पीछे वजह क्या है? क्या इज़राइल ने अति आत्मविश्वास में ये ग़लती कर दी?
इजराइल शुरू से ही लगातार ख़तरे में रहा है। जब इज़राइल की 1948 में स्थापना हुई, तो उसके पास कोई संसाधन नहीं थे - न तेल, न गैस, कुछ भी नहीं। उसके पास एकमात्र संसाधन यहूदी ज्ञान का भंडार था। इसलिए हजारों वर्षों की यहूदी विद्वता और सीखने की परंपरा का लाभ उठाते हुए, इजराइलियों ने अपने सामने आने वाली समस्याओं का समाधान खोजने के लिए अपने ज्ञान का इस्तेमाल किया। उनकी सेना में विचारों के मुक्त प्रवाह और सूचनाओं के आदान-प्रदान को प्रोत्साहन दिया जाता है- जहां उच्च सैन्य अधिकारियों से सवाल पूछने को न केवल बर्दाश्त किया जाता है, बल्कि प्रोत्साहित भी किया जाता है, ताकि लोग एक-दूसरे के साथ खुलकर बात कर सकें। यह खुली बातचीत उनके सैन्य आविष्कार में सहयोग करते हैं। और दूसरी बात यह है कि इस देश में हर कोई सेना में काम करता है। सैन्य उद्योग में काम करने के लिए अलग कोई डिग्री नहीं है। एक नौसेना या मिसाइल या राडार कंपनी के इंजीनियर जानते हैं कि युद्ध में स्थिति कैसी होती है और वे उन अनुभवों से लाभ उठा सकते हैं। वे सोच सकते हैं, "जब मैं दक्षिणी लेबनान पर आक्रमण कर रहा था तो एक सैनिक के रूप में मुझे क्या मदद मिली थी या चाहिए?" यह अन्य देशों में नहीं के बराबर है। इजराइली इंजीनियर सैनिक भी हैं, और सैनिक इंजीनियर भी हैं। इज़राइल में, यह दोहरी पहचान एक राष्ट्रीय संपत्ति है।