पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में कुछ ऐसी घटनाएँ हुईं, जिसका देश की राजनीति पर भी दूरगामी असर पड़ सकता है। गोरखपुर कहें, या समूचे पूर्वांचल ; यहाँ राजनीति के दो ध्रुव हमेशा से मौज़ूद रहे हैं, जिसे लोकप्रिय भाषा में मंदिर या हाते की राजनीति कहते हैं। मंदिर का अर्थ है- गोरखनाथ मंदिर और हाते का मतलब है- बाहुबली हरिशंकर तिवारी का निवास स्थान। अगर मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने गुजरात को हिन्दुत्व की प्रयोगशाला बनाया, तो इससे बहुत पहले गोरखपुर या कहें, समूचे पूर्वांचल को योगी आदित्यनाथ और उनसे पहले दिग्विजयनाथ, अवैद्यनाथ हिन्दुत्व की उग्र प्रयोगशाला बना चुके थे।