श्रीलंका में दूसरे दिन भी यानी 11 जुलाई को राजनीतिक गतिरोध जारी रहा। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के आवासों पर कब्जा जमाए प्रदर्शनकारियों को यह पता ही नहीं है कि उनका अगला कदम क्या होगा। विपक्षी नेताओं को अभी इस बात पर सहमत होना बाकी है कि गोटाबाया राजपक्षे और रानिल विक्रमसिंघे की जगह कौन ले सकता है। विक्रमसिंघे की नजर कार्यवाहक राष्ट्रपति की कुर्सी पर है।