श्रीलंका में राजनीतिक, आर्थिक गतिरोध, अराजकता बरकरार है। राजपक्षे खानदान के कई लोग विदेश जा चुके हैं। ऐसे में सवाल यही है कि श्रीलंका में आगे का रास्ता क्या है। फिलहाल रानिल विक्रमसिंघे कार्यवाहक राष्ट्रपति बन गए हैं। लेकिन असल में 20 जुलाई को जब नए नेता का चुनाव होगा, तभी जाकर स्थिति कुछ साफ होगी। आइए जानते हैं कि श्रीलंका का संविधान इन सारी स्थितियों को किस तरह देखता है।