क्या दुनिया एक नए शीत युद्ध की ओर बढ़ रही है और उसे केंद्र में रख कर ही नए राजनीतिक समीकरण बन रहे हैं? क्या दुनिया के फोकस पर अब एशिया होगा और सबकी  निगाहें चीन पर होंगी? और इसमें भारत की भूमिका क्या और कितनी होगी?