अमेरिका और यूके ने शनिवार को ईरान समर्थित यमन के हूतियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य हमले शुरू किए। जिसमें अभी तक कम से कम 31 लोगों के मारे जाने की सूचना है। हूतियों को राष्ट्रपति ट्रम्प ने चेतावनी दी है कि अगर समूह अपनी कार्रवाइयाँ बंद नहीं करता, तो उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। यूएस ने कहा, "उन पर नरक की बारिश होगी।" ट्रम्प ने हूतियों के मुख्य समर्थक ईरान को भी कड़ी चेतावनी दी, और समूह को समर्थन तत्काल बंद करने की माँग की। उन्होंने आगाह किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए कोई भी खतरा गंभीर परिणाम लाएगा, "अमेरिका आपको पूरी तरह जिम्मेदार ठहराएगा, और हम इसमें नरमी नहीं बरतेंगे!"
यमन के हूतियों पर यूएस-यूके का हमला, 31 मारे गए, जानिए क्यों हुआ अटैक
- दुनिया
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- सत्य ब्यूरो
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- 16 Mar, 2025
ईरान समर्थित यमन के हूतियों पर अमेरिकी और यूके सैन्य हमलों में 13 नागरिकों सहित 31 लोगों की मौत हो गई। यह हमला लाल सागर के जहाजों पर हमलों के जवाब में किया गया है। हालांकि यह हमला और भी वजहों से किया गया जानिएः

रॉयटर्स का कहना है कि ये हमले मध्य पूर्व में जनवरी में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका की सबसे व्यापक सैन्य कार्रवाई है। यह हमला तब हुआ जब अमेरिका ने तेहरान पर परमाणु वार्ता के लिए दबाव बनाने के प्रयास में प्रतिबंधों को तेज कर दिया।