लगता है कि डोनल्ड ट्रंप अमेरिकी लोगों के लिए कोरोना दवा के लिए कुछ भी कर गुज़रने को तत्पर हैं। पहले कोरोना मेडिकल उपकरणों की डकैती के आरोप लगे थे और अब एक तरह से दवा की जमाखोरी का आरोप लगा है। यह आरोप उत्तर कोरिया जैसे किसी दुश्मन देश ने नहीं, बल्कि इंग्लैंड जैसे समर्थक देश ने ही लगाया है। व्यापार मंत्री नादिम ज़हावी ने अमेरिका पर निशाना साधा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने फार्मा दिग्गज गिलियड के साथ अगले तीन महीनों के लिए रेमडेसिविर के लगभग पूरे उत्पादन को खरीदने के लिए एक सौदा किया है। इसका मतबल है कि दुनिया के दूसरे देशों को तीन महीनों तक यह दवा नहीं मिल पाएगी।