अमेरिका में एक शोध में पाया गया है कि यदि वहाँ सोशल डिस्टैंसिंग को समय से पहले लागू किया गया होता तो कोरोना महामारी से दसियों हज़ार लोगों की जान बचाई जा सकती थी।