काबुल पर बग़ैर किसी प्रतिरोध के क़ब्ज़े के तीन हफ़्ते बाद भी अफ़ग़ानिस्तान में अब तक कोई सरकार नहीं बनी है। समझा जाता है कि इसमें और समय लगेगा।
क़ाबुल पर क़ब्ज़े के तीन हफ़्ते बाद भी अफ़ग़ानिस्तान में सरकार क्यों नहीं?
- दुनिया
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- 6 Sep, 2021

अफ़ग़ानिस्तान से विदेशी दुश्मन जा चुका है और अब सारे गुट आपस में लड़ रहे हैं। क्या इस वजह से अफ़ग़ानिस्तान में नहीं बन रही है सरकार?
सवाल यह है कि आनन फानन में अफ़ग़ानिस्तान पर नियंत्रण कर लेने वाले और नेटो समेत अमेरिका को हरा देने वाले तालिबान आपस में बैठ कर मिलजुल कर सरकार क्यों नहीं बना लेते हैं?
यह सवाल भी और जवाब भी। अमेरिका और नेटो को हरा देना और आपसी मतभेद भुला देना दोनों बिल्कुल अलग बातें हैं। इसी तरह अलग हैं किसी समान शत्रु को मिलजुल कर हरा देना और आपसी दुश्मनी भुला कर भाईचारा कायम कर लेना।
तालिबान ने पहला काम तो कर लिया, पर वह दूसरा काम नहीं कर पा रहा है।