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स्पीकर- गोटाबाया श्रीलंका छोड़कर नहीं भागे, अभी भी देश में: रिपोर्ट

श्रीलंका के राष्ट्रपति क्या देश छोड़कर भाग गए? इस सवाल पर श्रीलंकाई संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने अब यू-टर्न लिया है। स्पीकर ने सोमवार को साफ़ किया है कि राष्ट्रपति को लेकर उनके बयान को ग़लत संदर्भ में लिया गया। एक रिपोर्ट के अनुसार स्पीकर ने कहा कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे अभी भी देश में हैं। इसके अलावा एक अन्य रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति को सोमवार को मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक एयरबेस पर ले जाया गया। हालाँकि इससे इन अटकलों को बल मिला कि क्या वह अब विदेश में निर्वासन में जाएंगे?

न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार गोटाबाया राजपक्षे शनिवार को नौसैनिक सुरक्षा के तहत कोलंबो में राष्ट्रपति भवन से भाग गए थे। इसके कुछ ही समय पहले हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने परिसर पर कब्जा कर लिया था। इसके घंटों बाद संसद के स्पीकर ने घोषणा की थी कि राजपक्षे बुधवार को सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की अनुमति देने के लिए इस्तीफा दे देंगे।

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एक शीर्ष रक्षा अधिकारी ने एएफपी को बताया कि कटुनायके एयरबेस में लाए जाने से पहले राष्ट्रपति ने एक नौसेना फैसिलिटी में शरण ली थी जो देश के मुख्य बंडारानाइक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास ही है। रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति और उनके दल को दो हेलिकॉप्टरों से कोलंबो वापस भेजा गया।

श्रीलंका के स्पीकर के कार्यालय ने इंडिया टुडे को बताया, 'माननीय राष्ट्रपति और स्पीकर ऑन और ऑफ मोड में संपर्क में हैं और राष्ट्रपति स्पीकर से औपचारिक संचार वार्ता जारी रखे हुए हैं। मीडिया द्वारा प्रकाशित बातचीत को समय सीमा के संदर्भ के बिना रिपोर्ट किया गया था।' 

स्पीकर ने कहा कि जब बेहद अहम राजनीतिक घटनाक्रम घट रहे थे, उनको ऐसा लगा कि राष्ट्रपति देश से चले गए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से उनकी लोकेशन को आधिकारिक तौर पर नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि इसी बयान को संदर्भ से अलग पेश किया गया कि राष्ट्रपति देश से बाहर चले गए हैं।
गोटाबाया राजपक्षे के ठिकाने के बारे में राष्ट्रपति के कार्यालय से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आयी थी, लेकिन कई स्थानीय मीडिया रिपोर्टों ने अनुमान लगाया कि वह सोमवार को दुबई के लिए रवाना होने वाले थे।

एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय ने कहा कि राजपक्षे ने आधिकारिक तौर पर उन्हें बिना तारीख बताए इस्तीफा देने के अपने इरादे के बारे में बताया था।

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बता दें कि देश में सबसे ख़राब आर्थिक संकट से निपटने में सरकार की विफलता को लेकर हजारों प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया था।

प्रदर्शनकारी गोटाबाया के आवास में जमा हो गए और उनके जिम में कसरत करने, राष्ट्रपति के पूल में तैरने, रसोई में भोजन करने और बेडरूम में आराम करने के वीडियो वायरल हुए। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि उन्हें राष्ट्रपति के घर में लाखों रुपये मिले हैं, जिसे उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों को वापस सौंप दिया।

प्रदर्शनकारी देश के गंभीर आर्थिक संकट से निपटने के लिए राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। पहले ख़बर आई थी कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने स्पीकर अभयवर्धने को बताया है कि वह 13 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। 

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अभयवर्धने ने एक वीडियो बयान में कहा था कि राजपक्षे ने उन्हें सूचित किया कि वह अपने पद से हट जाएंगे। अभयवर्धने ने कहा था, '13 जुलाई को पद छोड़ने का फ़ैसला शांतिपूर्ण तरीक़े से सत्ता का हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए किया गया। इसलिए मैं जनता से क़ानून का सम्मान करने और शांति बनाए रखने का अनुरोध करता हूं।'
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क़मर वहीद नक़वी
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