अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को अपने फ़ैसले में गर्भपात का अधिकार देने वाले ऐतिहासिक 'रो बनाम वेड' मामले को उलट दिया और इसके साथ ही अमेरिका के कई राज्यों ने गर्भपात पर प्रतिबंध लगा दिया। 'रो बनाम वेड' फ़ैसला पलटने से गर्भपात के अधिकार का सवाल अब राज्य सरकारों पर निर्भर करता है। यानी वहाँ के राज्य अपने हिसाब से गर्भपात पर नियम बना सकते हैं। यही वजह है कि कम से कम 6 राज्यों ने गर्भपात को प्रतिबंधित भी कर दिया है। कई और राज्यों में अगले कुछ दिनों में ही ऐसा किए जाने की संभावना है।
कई राज्यों में पहले से ही 'ट्रिगर कानून' हैं जो 'रो बनाम वेड' मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आख़िरी फ़ैसला आने के साथ ही गर्भपात को प्रतिबंधित करते हैं। ट्रिगर कानून एक ऐसे कानून का उपनाम है जो पहले से ही बना है, लेकिन परिस्थितियों में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन होने पर लागू हो जाता है। जैसा कि इस मामले में हुआ।
'रो बनाम वेड' को पलटने वाले सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद अर्कांसस गर्भपात को सबसे पहले प्रतिबंधित करने वाले राज्यों में से एक है। 'फॉर्च्युन' की रिपोर्ट के अनुसार अर्कांसस के अटॉर्नी जनरल लेस्ली रटलेज ने शुक्रवार दोपहर को ही ट्रिगर कानून को लागू कर दिया। इस क़ानून में मां के जीवन को बचाने के अलावा सभी तरह के गर्भपात पर प्रतिबंध लगा दिया गया। यहाँ तक कि बलात्कार या अनाचार के लिए भी कोई अपवाद नहीं रखा गया। यहाँ अब, अवैध तरीक़े से गर्भपात कराने वाले को 100000 डॉलर जुर्माना देना होगा या कम से कम 10 साल की जेल की सजा हो सकती है।
इसी तरह केंटकी ने 2019 में एक ट्रिगर क़ानून पारित किया था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 'रो बनाम वेड' को सुप्रीम कोर्ट के पलटने पर गर्भपात को राज्य में "तुरंत प्रभावी" माना जाए। राज्य के एकमात्र गर्भपात क्लिनिक ने एहतियात के तौर पर सेवाएं देना बंद कर दिया है और गर्भपात पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
लुइसियाना का ट्रिगर कानून 2006 से है। मंगलवार को गॉव जॉन एडवर्ड्स ने शिशु मृत्यु और एक्टोपिक गर्भधारण के लिए अपवाद की व्यवस्था करते हुए क़ानून में सुधार किया। इसी सुधार में गर्भपात की व्यवस्था करने वालों पर अधिक दंड लगाने का प्रावधान भी शामिल है। इधर, मिसौरी के अटॉर्नी जनरल एरिक श्मिट ने शुक्रवार को 2019 से ट्रिगर क़ानून को प्रभावी होने की अनुमति देने के लिए हस्ताक्षर किए।
'रो बनाम वेड' पर निर्णय आने से पहले ही ओक्लाहोमा ने लगभग सभी गर्भपात पर प्रतिबंध लगा दिया क्योंकि राज्य के सांसदों ने मई के अंत में एक विधेयक को मंजूरी दी थी। इसके अलावा राज्य में एक ट्रिगर क़ानून भी है जिसे अटॉर्नी जनरल ने शुक्रवार देर रात लागू किया।
इनके अलावा, मिसिसिपी, नॉर्थ डकोटा, टेनेसी और यूटा ऐसे राज्य हैं जहाँ अगले कुछ दिनों में गर्भपात पर प्रतिबंध लगा दिए जाएँगे। इनके अलावा कम से कम 12 राज्य ऐसे हैं जहाँ इस साल के आख़िर तक गर्भपात को प्रतिबंधित किए जाने की संभावना है। क़रीब 9 राज्य ऐसे हैं जहाँ इस पर प्रतिबंध लग भी सकता है और नहीं भी।
अलास्का, कैलिफोर्निया, कोलोराडो, कनेक्टिकट, डेलावेयर, हवाई, इलिनोइस, मैने, मैरीलैंड, मैसाचुसेट्स, मिनेसोटा, नेवादा, न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, ओरेगन, रोड आइलैंड, वरमोंट और वाशिंगटन ऐसे राज्य हैं जहाँ गर्भपात के अधिकार क़ानून को सुरक्षित रखा जाएगा।
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