प्यूर्टो रिको के चुनाव में ईवीएम में जो कथित गड़बड़ियाँ सामने आई हैं उससे उस देश में तो बवाल मचा ही है, भारत में भी राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। पहले टेस्ला और एक्स के प्रमुख इलोन मस्क के ट्वीट से भारत में हंगामा खड़ा हुआ और अब प्यूर्टो रिको सरकार के एक संभावित फ़ैसले से हंगामे के आसार हैं। दरअसल, प्यूर्टो रिको के चुनाव आयोग ने कहा है कि वह 'प्राइमरी' चुनाव में सैकड़ों विसंगतियों का पता चलने के बाद एक अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग कंपनी के साथ अपने अनुबंध की समीक्षा कर रहा है। जिस अमेरिका में ईवीएम बनती है वहाँ इसका इस्तेमाल नहीं होता है और बैलट पेपर से चुनाव होता है।
जिस प्यूर्टो रिको पर मस्क की पोस्ट से भारत में हंगामा, वहाँ ईवीएम पर पुनर्विचार?
- दुनिया
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- 16 Jun, 2024
प्यूर्टो रिको के चुनाव में ईवीएम को लेकर गड़बड़ी से भारत का क्या लेनादेना? जानिए, वहाँ के अब एक और फ़ैसले से क्या हो सकता है दुनिया के दूसरे देशों में असर।

यही दलील भारत में भी दी जाती रही है। यही वजह है कि भारत में तब हलचल मच गई जब इलोन मस्क ने प्यूर्टो रिको में अनियमितताओं की रिपोर्ट पर ईवीएम को ख़त्म करने की वकालत की और कहा कि इसके हैक किए जाने की संभावना है। भारत के पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जब दलील दी कि भारत की ईवीएम अलग है क्योंकि यह ब्लूटूथ, वाईफाई, नेटवर्क जैसे किसी भी उपकरण से जुड़ी नहीं है तो मस्क ने कह दिया कि 'हर चीज हैक हो सकती है'। अब भारत में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव को लेकर ईवीएम एक बार फिर से चर्चा के केंद्र में आ गयी है।