लगभग नौ महीने तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में फंसे नासा के दो अनुभवी अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर, की घर वापसी का रास्ता अब साफ हो गया है। रविवार 16 मार्च को सुबह तड़के एक स्पेसएक्स कैप्सूल ने चार नए अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पर सफलतापूर्वक पहुँचा दिया। यह मिशन क्रू में बदलाव के साथ-साथ विलमोर और विलियम्स को पृथ्वी पर वापस लाने के मकसद से शुरू किया गया है।
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स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेसएक्स द्वारा विकसित अंतरिक्ष यान है, जो एलन मस्क की अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी है। इसे नासा के कारोबारी क्रू कार्यक्रम के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) और पृथ्वी की निचली कक्षा में अपनी मंजिल तक अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
क्रू-10 अंतरिक्ष यात्रियों की यात्रा शुक्रवार शाम को अमेरिका के फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से शुरू हुई थी। लगभग 29 घंटे बाद, स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल रविवार सुबह 4:04 बजे जीएमटी (9:34 बजे IST) पर आईएसएस के साथ जुड़ गया। यह डॉकिंग एक नियमित क्रू रोटेशन का हिस्सा है, लेकिन बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी के कारण विलमोर और विलियम्स के लंबे समय तक अंतरिक्ष में रुकने की वजह से इसने खास महत्व हासिल कर लिया है।
ये दोनों और रिटायर्ड नौसेना टेस्ट पायलट कुछ महीने पहले घर लौटने वाले थे। वे जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से आईएसएस पर पहुँचे थे। उन्हें उसी से वापस भी आना था। लेकिन स्टारलाइनर में तकनीकी समस्याओं-जैसे कि हीलियम रिसाव और थ्रस्टर की खराबी- के कारण नासा को इसे खाली वापस पृथ्वी पर लाना पड़ा। इसके बाद से विलमोर और विलियम्स आईएसएस पर रुके हुए हैं, जहाँ वे वैज्ञानिक प्रयोगों और स्टेशन के रखरखाव में लगे रहे।
क्रू-10 में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं—अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल आयर्स, जापान के तकुया ओनिशी, और रूस के कॉस्मोनॉट किरिल पेस्कोव। इनके आने से विलमोर और विलियम्स की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोनों अंतरिक्ष यात्री, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव के साथ, बुधवार सुबह 8 बजे जीएमटी (1:30 बजे IST) तक आईएसएस से रवाना हो सकते हैं। हेग और गोर्बुनोव सितंबर में एक अन्य स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन से आईएसएस पर पहुँचे थे, जिसमें विलमोर और विलियम्स के लिए दो खाली सीटें रिजर्व थीं।
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर
हाल के महीनों में यह स्थिति अप्रत्याशित रूप से राजनीतिक रंग ले चुकी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके सलाहकार एलन मस्क, जो स्पेसएक्स के सीईओ भी हैं- ने क्रू-10 के लॉन्च में देरी को लेकर दावा किया था कि यह देरी राजनीतिक कारणों से हुई और पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने इन अंतरिक्ष यात्रियों को "अंतरिक्ष में छोड़ दिया था"। इन आरोपों का कोई सबूत नहीं था और विशेषज्ञों ने इन्हें खारिज कर दिया। डेनमार्क के अंतरिक्ष यात्री एंड्रियास मोगेनसेन, जो दो बार आईएसएस पर जा चुके हैं, ने इन दावों को "झूठ" करार देते हुए ट्रम्प और मस्क की आलोचना की।
अपने लंबे प्रवास के बावजूद, विलमोर और विलियम्स ने आईएसएस पर सक्रिय रूप से काम किया। उन्होंने माइक्रोग्रैविटी में शोध और स्टेशन के रखरखाव में योगदान दिया। हाल ही में एक इंटरव्यू में सुनीता विलियम्स ने पृथ्वी पर लौटने और अपने परिवार व दो कुत्तों से मिलने की उत्सुकता जताई।
क्रू-10 मिशन, जो मैकक्लेन, आयर्स, ओनिशी और पेस्कोव को लगभग छह महीने तक आईएसएस पर रखेगा। इससे नासा और स्पेसएक्स के बीच सहयोग का नया इतिहास लिखा जाएगा। 2011 में स्पेस शटल प्रोग्राम के बंद होने के बाद से यह साझेदारी अमेरिकी अंतरिक्ष अभियानों का आधार बन गई है। विलमोर और विलियम्स के लिए उनकी लंबी और अप्रत्याशित अंतरिक्ष यात्रा अब कुछ ही दिनों में खत्म होने वाली है, जो इस असाधारण मिशन का अंतिम अध्याय होगा।
यह मिशन न केवल तकनीकी चुनौतियों को पार करने की कहानी है, बल्कि अंतरिक्ष यात्रियों की दृढ़ता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मिसाल भी है। सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की वापसी नासा के लिए एक बड़ी राहत होगी, और यह भविष्य के मिशनों के लिए सबक भी है।
रिपोर्ट और संपादनः यूसुफ किरमानी
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