रविवार को, इज़राइल ने कहा कि उसने पूरे लेबनान में कई हिजबुल्लाह साइटों को निशाना बनाया, क्योंकि हिजबुल्लाह ने अब "रेड लाइन" पार कर ली है । 8 अक्टूबर 2023 की घातक लड़ाई की शुरुआत के बाद "भारी कीमत चुकानी पड़ेगी"। बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास की कासम ब्रिगेड ने इजराइल के अंदर घुसकर हमला किया था। जिसमें 1200 इजराइली नागरिक मारे गए थे। 250 से ज्यादा बंधक बना लिए गए थे। लेकिन इजराइल ने इसका बदला लेते हुए गजा में नरसंहार शुरू कर दिया जो अभी तक जारी है। फिलिस्तीन में अभी तक 40 हजार से ज्यादा लोगों की इजराइल बम बरसा कर हत्या कर चुका है। इसमें बच्चे और महिलाएं ज्यादा हैं। गजा में नरसंहार बढ़ने के बाद हिजबुल्लाह ने इजराइल के ठिकानों पर हमले किए थे। अभी दो दिन पहले गजा में एक स्कूल को निशाना बनाते हुए इजराइल ने 30 बच्चों की हत्या कर दी।
हिजबुल्लाह की खास बात यह है कि इससे पहले उसने जब-जब इजराइली क्षेत्रों में मिसाइलें गिराई हैं, तब तब जिम्मेदारी ली है। उसने अभी शनिवार को 12 इजराइली क्षेत्रों में मिसाइल गिराने की सूचना दी थी। इसने इजराइल-हमास युद्ध की शुरुआत के बाद से फलाक और कत्युशा रॉकेटों का उपयोग करके इजराइल के अंदर सैकड़ों हमलों का दावा किया है। इससे पहले हिजबुल्लाह गोलान हाइट्स में सैन्य मुख्यालय को निशाना बना चुका है। लेकिन वो गोलान हाइट्स के फुटबॉल मैदान के हमले की जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। अमेरिका की एक्सियोस वेबसाइट ने एक अनाम यूएन अधिकारी के हवाले से कहा कि हिजबुल्लाह अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र को बताया है कि फुटबॉल पिच पर जो हमला हुआ वह एक इजराइली एंटी-रॉकेट इंटरसेप्टर प्रोजेक्टाइल था। यानी इस हमले के लिए इजराइल खुद ही जिम्मेदार है।
इज़राइली सेना ने रविवार रात भर लेबनान पर हवाई हमलों की एक सीरीज शुरू की, लेकिन वे नियमित हमले थे जो महीनों से एक दैनिक घटना बन गए हैं। लेकिन गोलान हाइट्स के मजदल शम्स की घटना पर कैसे प्रतिक्रिया दी जाए, इजराइली सुरक्षा कैबिनेट विचार कर रहा है। इजराइली कानून यह है कि सैन्य कार्रवाई पर कोई भी निर्णय जो युद्ध का कारण बन सकता है, उसे कैबिनेट में पहले रखा जाता है। फैसला होने ही इजराइल युद्ध की घोषणा करता है।
अमेरिकी विश्लेषकों का कहना है कि "निश्चित रूप से यह एक हादसा है", भले ही इसके लिए कोई जिम्मेदारी न ले। उन्होंने कहा कि “गोल्डन हाइट्स के ड्रुज़ शहर में बच्चों के फुटबॉल मैच को निशाना बनाने में न तो कोई राजनीतिक हित है और न ही सैन्य हित। और यह भी ध्यान देने योग्य है कि हिजबुल्लाह और इज़राइल दोनों की ओर से पूर्ण पैमाने पर युद्ध से बचने की इच्छा है। हिजबुल्लाह का इतिहास है कि वो अपने हमलों में बच्चों और महिलाओं को निशाना नहीं बनाता है। उसके ज्यादातर हमले इजराइली सैन्य ठिकानों या सैन्य इमारतों पर होते हैं।”
संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने इस घटना पर संयम बरतने का आह्वान किया। विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने "स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जांच" की मांग की। लेबनानी सरकार, जो आमतौर पर इज़राइल या इजराइली कब्जे वाले गोलान पर हमलों पर टिप्पणी नहीं करती है, ने एक बयान में नागरिकों पर हमलों की निंदा की है जो स्थिति की गंभीरता को बताता है। टोक्यो में एक संवाददाता सम्मेलन में ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका मजदल शम्स घटना के बाद संघर्ष को बढ़ता नहीं देखना चाहता। यह बयान गजा युद्धविराम वार्ता के इटली में होने की उम्मीद की खबरों के बीच आया है।
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