प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के उन बयानों का खंडन किया है, जिनमें बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के कथित उत्पीड़न का जिक्र किया गया था। बांग्लादेश सरकार ने कहा कि उनके बयान "किसी भी सबूत या विशिष्ट आरोपों पर आधारित नहीं हैं"। गबार्ड ने सोमवार को दिल्ली में रायसीना डायलॉग में हिस्सा लिया। उसके बाद भारत के एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यक समुदाय के उत्पीड़न का मामला उठाया। हालांकि वो भारत में मुस्लिमों और ईसाइयों के उत्पीड़न पर चुप रहीं।