प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड के उन बयानों का खंडन किया है, जिनमें बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के कथित उत्पीड़न का जिक्र किया गया था। बांग्लादेश सरकार ने कहा कि उनके बयान "किसी भी सबूत या विशिष्ट आरोपों पर आधारित नहीं हैं"। गबार्ड ने सोमवार को दिल्ली में रायसीना डायलॉग में हिस्सा लिया। उसके बाद भारत के एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यक समुदाय के उत्पीड़न का मामला उठाया। हालांकि वो भारत में मुस्लिमों और ईसाइयों के उत्पीड़न पर चुप रहीं।
बांग्लादेश ने यूएस खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड के बयान को क्यों खारिज किया?
- दुनिया
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- 18 Mar, 2025
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड के दावों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार करार दिया। बांग्लादेश ने कहा कि तुलसी बांग्लादेश की शांतिपूर्ण छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं। तुलसी ने जहां बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों पर आंसू बहाया था, वहीं वो भारत में अल्पसंख्यकों के अत्याचार पर चुप रहीं।
