बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा किसने की थी? यदि इसका जवाब आप ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान के रूप में जानते हैं तो अब नया नाम याद करने की ज़रूरत पड़ सकती है। बांग्लादेश की पाठ्यपुस्तकों में अब यह लिखा होगा कि 1971 में देश की स्वतंत्रता की घोषणा ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर रहमान ने नहीं, बल्कि जियाउर रहमान ने की थी। नई पाठ्यपुस्तकों में मुजीब की ‘राष्ट्रपिता’ की उपाधि भी हटा दी गई है। पाठ्यपुस्तकों में इस बदलाव की यह ख़बर द डेली स्टार ने दी है। पाठ्यपुस्तकों में ये बदलाव तब हो रहे हैं जब मुजीबुर रहमान की बेटी शेख हसीना को पिछले साल अगस्त महीने में तख्तापलट कर हटा दिया गया है। अब वहाँ अंतरिम सरकार है।
बांग्लादेश का इतिहास बदलेगा? मुक्ति संग्राम 1971 में बड़ा फेरबदल क्यों?
- दुनिया
- |
- सत्य ब्यूरो
- |
- 2 Jan, 2025
भारत की तरह अब बांग्लादेश के इतिहास का भी पुनर्लेखन हो रहा है और इतिहास की किताबों में बड़ा फेरबदल किया जा रहा है। इतना बड़ा फेरबदल कि देश की स्वतंत्रता की घोषणा करने वाले और 'राष्ट्रपिता' को भी बदला जाएगा।

नेशनल करिकुलम एंड टेक्स्टबुक बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर ए के एम रेजुल हसन ने द डेली स्टार को बताया, "2025 के शैक्षणिक वर्ष की नई पाठ्यपुस्तकों में लिखा होगा कि ‘26 मार्च, 1971 को जियाउर रहमान ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा की और 27 मार्च को उन्होंने बंगबंधु की ओर से स्वतंत्रता की एक और घोषणा की'।"