2020 साल एक बुरे सपने जैसा था । क्यों ये साल डराता है ? क्या आने वाला साल बेहतर होगा ? या भारत समेत पूरी दुनिया अब पहले जैसी नहीं रहेगी ? जाने माने चिंतक पुरूषोत्तम अग्रवाल से आशुतोष की बातचीत ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।