किसान आंदोलन की परिणति दमन में होगी या सरकार झुकेगी ? इस आंदोलन का अर्थ क्या है ? आशुतोष ने बात की जाने माने बुद्धिजीवी पुरूषोत्तम अग्रवाल से ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।