क्या भूमि पूजन में ज़ाना ज़रूरी है! क्या नियम का उल्लंघन ज़रूरी है! जब लोग मर रहे हों तो प्रधानमंत्री की प्राथमिकता क्या हो?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।