मोदी का बजट । तीसरे टर्म में पहला । नौकरी पर ज़ोर । बिहार आंध्र पर ख़ास मेहरबान सौग़ातों की बौछार । क्या ये बदले मोदी है या फिर सरकार बचाने के लिये नीतीश नायडू के सामने सरेंडर ? मोदी की नई राजनीति या पहले हालात में मजबूर ? आशुतोष के साथ चर्चा में नीरजा चौधरी, अजय आशिर्वाद, सतीश के सिंह और करन वर्मा ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।