हार से परेशान बीजेपी । विरोध की आवाज़ें । बंगाल से महाराष्ट्र तक । नहीं चाहिये सबका साथ सबका विकास । सीबीआई गिरफ़्तारी से नहीं जीतते चुनाव । संगठन बडा सरकार से ।अति आत्मविश्वास से हारे । थोपे नहीं, सम्मान करे । क्यों उठ रही हैं ये आवाज़ें ? क्या ये बीजेपी का सबसे बड़ा संकट है ? आशुतोष के साथ चर्चा राहुल देव, समीर चौगांवकर, विजय त्रिवेदी और विवेक देशपांडे ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।