राफ़ेल मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले गये थे मशहूर वकील प्रशांत भूषण । अब नये दस्तावेज आये हैं । प्रशांत का मानना है कि मोदी सरकार ने जाँच दबा दी थी । सुप्रीम कोर्ट से जानकारी छिपायी गयी थी । अब नये सिरे से जाँच हो । आशुतोष ने प्रशांत भूषण से बात की ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।