वक्फ विधेयक पर बहस लगातार दूसरे दिन संसद में केंद्र में रही है, जिसमें राज्यसभा में तीखी नोकझोंक और मजबूत विरोध देखने को मिला। इस विधेयक ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है, आलोचकों का तर्क है कि इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं। लेकिन सबसे बड़ा झटका जेडीयू के भीतर से आया है, जहाँ तनाव चरम पर है। पार्टी के भीतर के मुस्लिम नेता नाराज हैं, और यहाँ तक कि इस्तीफों की बातें भी चल रही हैं। क्या यह असहमति पार्टी में बड़े विभाजन का कारण बन सकती है?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।