विदेशी मीडिया में कोरोना की वजह से मोदी की तीखी आलोचना हो रही है । लेकिन भारतीय मीडिया चुप हैं । किससे डरता है । आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, शरत प्रधान, संजय सिंह, राजेश बादल, प्रेम कुमार ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।