चुनाव आयुक्त अशोक लवासा के परिवार के लोगों को आईटी नोटिस दिया गया है। अब शरद पवार के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है। चिदंबरम और शिवकुमार पर भी ऐसी ही कार्रवाई हुई है। क्यों हो रही है ऐसी कार्रवाई? देखिए सत्य हिंदी पर आशुतोष की बात।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।