ख़बरों के पीछे की ख़बरों का सच। सिर्फ़ समाचार नहीं, पूरी हकीकत। न्यूज़ का सटीक विश्लेषण। ज्वलंत मुद्दों पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष की राय। सत्य हिंदी के लिए।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।