बेंगलूरू हिंसा क्या मुस्लिमों में बढ़ रहे ग़ुस्से का नतीजा है? क्या किसी बड़ी साजिश का नतीजा है? हिंसा के लिये कथित ज़िम्मेदार पीएफआई पर बैन लगे?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।