बेंगलुरु में फ़ेसबुक पर की गई एक पोस्ट के ख़िलाफ़ जो कुछ हुआ वह भारत के मुसलमानों को अकारण उस कटघरे में ला खड़ा कर देता है जिसके वे हक़दार नहीं । वे पूरे भारत के स्तर पर इस समय उत्पीड़ित हैं पर बेंगलूरू में वे दंगाई हैं । यह जो विरोधाभास है वही आज की दुनिया में मुस्लिम समाज के सामने गंभीर चुनौती है, सुनिये शीतल पी सिंह को