बंगाल की लड़ाई जारी है । मोदी ममता की जंग निर्णायक दौर में पंहुच रही है । पहले संदेशखाली और अब NIA पर हमला । बीजेपी ममता को कमजोर करने का काई रास्ता नहीं छोड़ रही हैं । ममता भी क़िला बचाने में लगी है । क्या ढह जायेगा क़िला ? आशुतोष के साथ चर्चा में मोनिदीपा बनर्जी, प्रभाकर मणि तिवारी, विजय त्रिवेदी और यशोवर्धन आजाद ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।