पंजाब के अजनाला में पुलिस थाने पर हमला । पुलिस का अमृतपाल सिंह के सामने सरेंडर । इसके साथी तूफ़ान को छोड़ना । क्या एक बार फिर पंजाब में आतंक सिर उठा रहा है ? क्या आप चरमपंथियों को दबाने में नाकामयाब है ? क्यों अमृतपाल पर कार्रवाई नहीं कर पा रही है आप सरकार?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।