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पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी औऱ उनका बेटा इमरान कुरैशी।

यूपी: पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी मांस के कथित अवैध कारोबार में अरेस्ट

यूपी के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी (Yakoob Qureshi) और उनके बेटे इमरान कुरैशी को यूपी एसटीएफ और दिल्ली पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। याकूब कुरैशी पश्चिमी यूपी में मांस के बड़े कारोबारी हैं। हाल ही में उनकी मीट फैक्ट्री को यूपी सरकार ने बुलडोजर लगवा कर गिरवा दिया था। इस बीच यूपी एसटीएफ सहारनपुर के एक और मुस्लिम बिजनेसमैन और बीएसपी नेता को तलाश रही है। 

यूपी एसटीएफ पिछले तीन दिनों से याकूब कुरैशी की खोज में छापे मार रही थी। कल शुक्रवार को उसे सूचना मिली कि याकूब कुरैशी और उनका बेटा इमरान कुरैशी को पुरानी दिल्ली के चांदनी महल में हैं। उसने दिल्ली पुलिस से मदद मांगी। दिल्ली पुलिस ने अपने लोकल नेटवर्क के जरिए याकूब कुरैशी को खोज निकाला और दोनों ने संयुक्त ऑपरेशन के दौरान याकूब और इमरान को गिरफ्तार कर लिया। 

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यूपी पुलिस का मेरठ के इस कारोबारी और बीएसपी नेता पर मीट पैकेजिंग और प्रोसेसिंग का बिना लाइसेंस वाला कारोबार चलाने के आरोप है। इनका मीट एक्सपोर्ट होता था। लेकिन कथित अवैध कारोबार के आरोप में पुलिस ने मेरठ में इनकी मीट फैक्ट्री गिरा दी। इसके बाद जब ये लोग केस के सिलसिले में पेश नहीं हुए तो यूपी पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा कर दी।
याकूब की गिराई गई फैक्ट्री में अवैध रूप से मीट पैक करने के आरोप में पिछले साल 31 मार्च को हाजी याकूब, उनेके बेटे इमरान और फिरोज, पत्नी संजीदा बेगम और मैनेजर मोहित त्यागी समेत 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस और अन्य संबंधित विभागों की एक संयुक्त टीम ने फैक्ट्री परिसर में छापा मारा और फैक्ट्री से 6000 किलो मांस और अन्य सामग्री जब्त की। बाद में उन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया।

याकूब का मध्य पूर्व, चीन और अन्य देशों में मांस निर्यात का कारोबार था और उनका कारखाना मेरठ जिले के हापुड़ रोड पर स्थित था। याकूब के बेटे फिरोज को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है, जबकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संजीदा बेगम को अग्रिम जमानत दे दी थी।
हाजी इकबाल की भी तलाशः यूपी एसटीएम पूर्व बीएसपी एमएलसी हाजी इकबाल और उनके परिवार के सदस्यों की तलाश में छापे मार रही है। बीएसपी नेता पर अवैध खनन, गैंगरेप, धोखाधड़ी और अन्य आरोप हैं। सहारनपुर के एसएसपी विपिन टाडा ने बताया कि इकबाल के भाई और उनके चार बेटे जेल में हैं। हाजी इकबाल अभी भी फरार है और उन पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जिले के मिर्जापुर थाने में सुनवाई की तारीखों में अदालतों में हाजिर नहीं होने के दो और मामले दर्ज हैं।
एसएसपी ने कहा कि पुलिस जल्द ही उनकी संपत्ति कुर्क करने के आदेश की मांग को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। मिर्जापुर थाने के एसएसआई सुनील कुमार और एसआई ने इकबाल के खिलाफ दर्ज दो मामलों की सुनवाई की तारीखों में खुद को अदालत में पेश नहीं करने के लिए मामला दर्ज कराया है।
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यूपी के एक और बाहुबली नेता और बीएसपी से जुड़े मुख्तार अंसारी की संपत्तियों को एक-एक कर कुर्क करने की कार्यवाही चल रही है। हाल ही में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को गिरफ्तार किया था। मुख्तार अंसारी बहुत पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। यूपी में 2017 में बीजेपी सरकार आने के बाद मुख्तार पर कार्रवाई शुरू हुई थी। मुख्तार अंसारी बीएसपी शासनकाल के दौरान योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक विरोधी रहे हैं।
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क़मर वहीद नक़वी
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