उत्तर प्रदेश में छुट्टा पशुओं की समस्या किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। खेत ही नहीं, घर के आसपास सब्जी बोने पर भी आफत है। गोरक्षा के नाम पर सरकार की ओर से किए गए बदलावों ने इस मुसीबत को कई गुना बढ़ा दिया है।
किसानों के लिए आफत बन गए हैं छुट्टा पशु!
- उत्तर प्रदेश
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- 2 Jul, 2021

उत्तर प्रदेश में छुट्टा पशुओं की समस्या किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। खेत ही नहीं, घर के आसपास सब्जी बोने पर भी आफत है। गोरक्षा के नाम पर सरकार की ओर से किए गए बदलावों ने इस मुसीबत को कई गुना बढ़ा दिया है।
किसान दूध के खुद के इस्तेमाल और आर्थिक मुनाफा बढ़ाने के लिए दुधारू पशुओं का पालन करते हैं। हर किसान के परिवार में गायें होती हैं, जिससे किसानों को कुछ न कुछ आमदनी हो जाती है। गौरक्षा के नाम पर हुए शुरुआती हंगामों ने किसानों को ख़ूब लुभाया। इस अभियान को किसानों का समर्थन भी मिला, क्योंकि किसान खुद गाय को बहुत पवित्र और अवध्य मानते हैं। अब छुट्टा जानवरों की बढ़ती संख्या से ग्रामीण इलाक़ों में आफत है।