उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों में सत्ता की भरपूर दबंगई के बाद ब्लॉक प्रमुख पद के चुनावों में हिंसा, गुंडागर्दी, छिनैती से लेकर मारपीट के नजारे दिखाई दिए। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में ब्लॉक प्रमुख के पदों के लिए गुरुवार को हुए नामांकन में जमकर बवाल हुआ और गोलियां तक चलीं।
दबंगई का आलम यह रहा कि विपक्षी दलों के कद्दावर नेताओं, पूर्व मंत्रियों तक को नामांकन दाखिल करने से रोका गया। कन्नौज जिले में नामांकन के दौरान चल रहे बवाल को कवर करने वाले एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल के संवाददाता को बीजेपी समर्थकों ने जमकर पीटा दिया।
पूर्व मंत्री के हाथ से नामांकन छीना
सिद्धार्थनगर जिले में अपनी पत्नी का नामांकन दाखिल कराने गए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के साथ जमकर हाथापाई हुई और उनके हाथ से पर्चा लेकर फाड़ दिया गया। माता प्रसाद ने बीजेपी प्रत्याशी के पति राम कृपाल चौधरी व उनके समर्थकों पर आरोप लगाया है।
अम्बेडकरनगर जिले में भी ब्लॉक प्रमुख के नामांकन में जमकर बवाल हुआ। यहां बीएसपी के पूर्व मंत्री लाल जी वर्मा के हाथ से नामांकन का पर्चा छीन कर फाड़ दिया गया। लालजी वर्मा ने बीजेपी प्रत्याशी तेजस्वी जायसवाल पर आरोप लगाया और प्रदर्शन की चेतावनी दी। तनाव बढ़ते देख भारी संख्या में फोर्स तैनात की गयी।
सिद्धार्थनगर के इटवा में ब्लॉक प्रमुख चुनाव का पर्चा दाखिल करने के दौरान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पांडे जी एवं उनके समर्थकों पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्राणघातक हमला कर पर्चा छीना गया। शर्मनाक!
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 8, 2021
यह घटना पुलिस की मौजूदगी में मंत्री सतीश द्विवेदी के इशारे पर हुईं pic.twitter.com/1WLZ5xLL34
कन्नौज में पत्रकार की पिटाई
कन्नौज में ब्लॉक प्रमुख पद पर पर्चा दाखिल करने को लेकर बीजेपी नेताओं ने एबीपी न्यूज़ के पत्रकार को बुरी तरह पीट दिया। पत्रकार नित्य मिश्रा नामांकन की कवरेज कर रहे थे और जब लोगों को पर्चा दाखिल करने से रोका जा रहा था तो वह इसका वीडियो बना रहे थे।
एसपी का आरोप है कि यहां किसी अन्य पार्टी के प्रत्याशी को पर्चा दाखिल नही करने दिया जा रहा था और इसी की कवरेज के दौरान मारपीट की घटना हुई है। आरोप है कि नामांकन कक्ष के अंदर एसपी उम्मीदवार के प्रस्तावक के साथ मारपीट की गयी। घायल बीडीसी सदस्य अनिल यादव ने बीजेपी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके प्रत्याशी का पर्चा छीनने का प्रयास किया गया।
सीतापुर और इटावा में बवाल
सीतापुर जिले के थाना कमलापुर के कसमंडा में ब्लॉक प्रमुख चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मुन्नी देवी के पर्चा दाखिल होने के दौरान जमकर गोलियां चलीं। किसी फिल्मी सीन की तरह निर्दलीय प्रत्याशी को नामांकन से रोकने के लिए दर्जनों राउंड गोलियां दागी गयीं। भारी तादाद में पुलिस की मौजूदगी में हथगोले भी फेंके गए।
गोलियों से घायल निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थक को उठाकर उपचार के लिए ले जाया गया। नामांकन के दौरान इटावा में बीजेपी प्रत्याशी के बेटे को गोली लगी। यहां एसपी के लोगों पर जबरन नामांकन से रोकने के आरोप लगाए गए हैं।
एसपी ने दिया जवाब
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों से उलट इस बार कई जगहों पर एसपी ने भी जमकर मोर्चा लिया। कुछ जगहों पर तो एसपी के लोगों ने ही बवाल काटा और मारपीट भी की। महराजगंज में एक बीजेपी प्रत्याशी को दौड़ा कर पीटा गया। मैनपुरी में बीजेपी विधायक की गाड़ी पर पथराव किया गया।
बुलंदशहर में आमने-सामने आ गए एसपी-बीजेपी समर्थकों को थामने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हरदोई में एसपी समर्थित प्रत्याशी ने नामांकन पत्र छीनकर फाड़े जाने का आरोप लगाया तो उग्र समर्थकों ने बवाल काट दिया। उन्नाव में एसपी के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन का अपने समर्थकों को उकसाने व दबंगई करने का वीडियो भी वायरल हुआ है।
झांसी जिले में ब्लॉक प्रमुख के नामांकन को लेकर एसपी एवं बीजेपी के कार्यकर्ता भिड़ गए और जमकर पत्थर चले।
निर्विरोध निर्वाचन का खेल शुरू
भदोही के औराई ब्लॉक में बीजेपी प्रत्याशी निर्विरोध जीत गया। आगरा जिले में तो ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बीजेपी ने ज्यादातर सीटें जीत लीं हैं। आगरा में 15 ब्लॉक में से 12 ब्लॉक अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं और ये सभी बीजेपी के ही हैं। अब यहां केवल तीन ब्लॉक पर चुनाव होंगे जहां एसपी से मुकाबल है।
ग़ाजीपुर से बीजेपी के दो, बलरामपुर से बीजेपी के ही पांच, बहराइच से एक, महाराजगंज से एक, देवरिया से दो सहित छह दर्जन से ज्यादा ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। शुक्रवार को नामांकन वापसी का आखिरी दिन है। बीजेपी का दावा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष की तर्ज पर ब्लॉक प्रमुख में भी 20 से 30 फीसदी उसके प्रत्याशी निर्विरोध जीतेंगे।
निर्वाचन आयोग से शिकायत
ब्लॉक प्रमुख चुनावों में बड़े पैमाने पर सत्ता के दुरुपयोग और दबंगई का आरोप लगाते हुए एसपी ने निर्वाचन आयोग से इसकी शिकायत की है।
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की अगुवाई में राजधानी लखनऊ में निर्वाचन आयोग पहुंचे एसपी के प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि नामांकन में जमकर अराजकता की गयी और विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को रोका गया है। निर्वाचन आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में एसपी ने कहा कि प्रस्तावकों, समर्थकों के साथ पूरे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मारपीट की गयी है और इसे सत्तापक्ष का समर्थन हासिल है।
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