हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट
जीत
हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट
जीत
बाबूलाल मरांडी
बीजेपी - धनवार
जीत
उत्तर प्रदेश में ज़िला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की कहानी ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव में दोहरायी गई। पहले 40 फ़ीसदी से अधिक ब्लॉक प्रमुख निर्विरोध बनवा दिए गए और बची हुयी जिन सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ उनमें से भी अधिकांश सत्ताधारी बीजेपी के खाते में गयी हैं।
पूरे प्रदेश में मतदान के दिन एक बार फिर ज़िलों- ज़िलों में जमकर हंगामा, मारपीट, गोली चलने, हमलों की घटनाएं हुयीं।
उन्नाव में मुख्य विकास अधिकारी और सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में पत्रकार को लाटियों से पीटा गया।
पिता का शव दाह करने अर्थी ले जा रहे बीडीसी बेटे को ज़बरन पकड़ कर मतदान करने ले आया गया।
तमाम जगहों पर पथराव हुआ। प्रदेश के कई क्षेत्रों में शनिवार देर रात तक हंगामा जारी रहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने ब्लॉक प्रमुख के 85 फ़ीसदी से ज़्यादा पदों पर अपनी पार्टी की जीत का दावा किया है। दोनों ने कहा कि पंचायत चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गए और हिंसा की कोई घटना नहीं हुई।
शनिवार को ब्लॉक प्रमुखों के 826 में से 465 से ज़्यादा पदों के लिए मतदान शुरू होते ही ज़िलों- ज़िलों में बवाल शुरू हो गया। विपक्षी समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि उनके मतदाताओं को धमकाया गया और मारपीट की गयी।
कई जगहों पर सत्तापक्ष के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट डालने क लिए दबाव बनाया गया।
कई ज़िलों में विपक्ष और बीजेपी के कार्यकर्त्ता मतदान स्थलों के बाहर भिड़ गए और लाठीचार्ज करना पड़ा। कुछ जगहों पर गोलीबारी की रिपोर्ट भी है।
दर्जनों जगहों पर पथराव की घटनाएं हुयी हैं। पूरे दिन प्रदेश की राजधानी में बैठे प्रशासन के लोग शांतिपूर्वक मतदान का दावा करते रहे जबकि लगभग हर ज़िले में झड़पों की खबरें आती रहीं।
उन्नाव ज़िले में चर्चित आईएएस अफसर दिव्यांशु पटेल ने मतदान स्थल के बाहर हंगामें की वीडियोग्राफी कर रहे एक पत्रकार को सैकड़ों लोगों के सामने पकड़ कर लाठियों से पीट डाला। पत्रकार का आरोप है कि उसे अच्छी तरह से जानने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने बुरी तरह से पीटा।
पत्रकार की पिटाई के विरोध में उन्नाव के लोगों ने सड़क पर बैठ कर धरना शुरू कर दिया और प्रशासन के बहुत समझाने के बाद ही हटे। इससे पहले ज़िला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कन्नौज में टीवी पत्रकार की जमकर पिटाई की गयी थी।
ज़िला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में जहां बीजेपी ने अपने 30 फ़ीसदी प्रत्याशियों को बिना लड़े ही जितवा लिया था, वहीं ब्लॉक प्रमुख के चुनावों में यह तादाद और बढ़ गयी। बिना संघर्ष के ही बीजेपी के खाते में 343 ब्लॉक प्रमुख की सीटें नामांकन ख़त्म होते ही आ चुकी थीं।
विपक्ष का दावा था कि इनमें से 90 फ़ीसदी जगहों पर डरा- धमका, प्रलोभन देकर लोगों को चुनाव लड़ने ही नहीं दिया गया था। जिन 465 से ज़्यादा सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ, वहाँ भी तसवीर इसी तरह की रही और बीजेपी ने अधिकांश सीटें जीत लीं।
मतदान ख़त्म होने के बाद देर शाम मीडिया के सामने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने सबकुछ सकुशल निपट जाने की बात कही और प्रशासन को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 75 ज़िला पंचायत अध्यक्ष में से पार्टी ने 73 पर प्रत्याशी खड़े किये थे और उसे 66 पर जीत मिली। एक पर सहयोगी दल को जीत मिली। क्षेत्र पंचायत की 826 में 635 सीट से अधिक पर बीजेपी जीत रही है, ये संख्या और बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि 85 फ़ीसदी से अधिक सीट हम जीते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी योजना के कारण हम जीते हैं।
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