योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के प्रशासन और क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए 74 रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अफ़सरों ने एक खुली चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में साफ तौर पर कहा गया है कि 'प्रदेश की शासन व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई है' और 'नियम-क़ानूनों की धज्जियाँ उड़ाई गई हैं।'
रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों की चिट्ठी, कहा, यूपी में शासन चौपट, क़ानून ध्वस्त
- उत्तर प्रदेश
- |
- सत्य ब्यूरो
- |
- 12 Jul, 2021
उत्तर प्रदेश के प्रशासन और क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए 74 रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस अफ़सरों ने एक खुली चिट्ठी लिखी है।

चार पेज की इस चिट्ठी में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर पुलिस ज़्यादती और निर्दोष लोगों की पुलिस यंत्रणा और लोगों की हत्या पर सवाल उठाए गए हैं।
इसमें 'लव जिहाद' का नाम लेकर और एनएसए व यूएपीए का दुरुपयोग करते हुए मुसलमानों को निशाने पर लेने का आरोप भी लगाया गया है।
इसमें यह भी कहा गया है कि विरोधियों और सरकार से असहमत लोगों को इन क़ानूनों की आड़ में फंसाया गया है और उन्हें परेशान किया गया है।