‘लव जिहाद’ पर विधानसभा के शीतकालीन सत्र का इंतज़ार किए बिना अध्यादेश लाकर क़ानून लाने के प्रयास को अब राज्यपाल की मंजूरी भी मिल गयी और बरेली में लव जिहाद को लेकर पहला मामला भी दर्ज कर लिया गया। यूपी की बीजेपी शासित राज्य सरकार के पक्षधर इसे हिन्दू महिलाओं के लिए संरक्षण का क़ानून दिखा कर वाहवाही लूटने में लगे हैं। लेकिन अगर इस अध्यादेश का बारीकी से अध्यनन किया जाये तो यह अध्यादेश न केवल हिन्दू महिलाओं की स्वतंत्रता पर प्रहार है बल्कि संविधान, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के पूर्व में दिए गये फ़ैसलों के विपरीत भी है।
‘लव जिहाद’: मुसलिम नहीं, हिन्दू महिलाओं के ख़िलाफ़
- उत्तर प्रदेश
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- 29 Nov, 2020

‘लव जिहाद’ पर विधानसभा के शीतकालीन सत्र का इंतज़ार किए बिना अध्यादेश लाकर क़ानून लाने के प्रयास को अब राज्यपाल की मंजूरी भी मिल गयी और बरेली में लव जिहाद को लेकर पहला मामला भी दर्ज कर लिया गया।