गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। लेकिन उसने हमले को क्यों अंजाम दिया इसके पीछे वजह भी बताई है। मुर्तजा के द्वारा हमला करने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था और इसके बाद से ही पुलिस, एटीएस सहित तमाम एजेंसियां इस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई हैं।
गोरखनाथ मंदिर के बाहर हमले की घटना बीते रविवार की शाम को हुई थी। मुर्तजा के हमले में 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरू गोरखनाथ का यह मंदिर है और योगी गोरक्षनाथ पीठ के महंत भी हैं।
मुर्तजा ने पुलिस से कहा कि कोई काम करने से पहले आदमी जस्टिफिकेशन बनाता है। मुर्तजा ने कहा कि उसके दिमाग में कई विचार चल रहे थे जैसे- सीएए, एनआरसी के नाम पर गलत हो रहा है, मुसलमानों के साथ जुल्म हो रहा है, कर्नाटक में गलत हो रहा है आदि। उसने पुलिस को बताया कि कोई कुछ नहीं कर रहा है और किसी को कुछ करना पड़ेगा, ऐसा सोचकर उसने अपने दिमाग में ऐसी किसी कार्रवाई को अंजाम देने से पहले उसे जस्टिफाई किया।
मुर्तजा ने कहा कि वह गोरखनाथ मंदिर के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला करने के बाद वहां से भाग जाना चाहता था।
मुर्तजा ने पुलिस को बताया कि उनके और उनके साथी के पास 400-500 का सामान था और एक टेंपो वाले ने उनसे कहा कि वह उन्हें गोरखपुर पहुंचा देगा।
मुर्तजा के द्वारा हमला करने का जो वीडियो सामने आया था उसमें उसे हाथ में खंजर जैसा हथियार लिए हुए और धार्मिक नारे लगाते हुए दौड़ते हुए देखा गया था। भीड़ ने थोड़ी देर बाद उसे काबू कर लिया था। मुर्तजा गोरखपुर का रहने वाला है और आईआईटी मुंबई से स्नातक है। 2015 में उसने स्नातक किया था।
मुर्तजा के बारे में खबर आई थी कि वह डिप्रेशन में था और हमला करने के दौरान कह रहा था कि कोई उसे गोली मार दे। उसके बारे में कहा गया था कि वह कई रातों से सो नहीं पाया है।
पुलिस ने कहा है कि मुर्तजा के इस कुबूलनामे से पता चलता है कि वह रैडिकलाइज हो चुका था और इस तरह के अपराध करने और जान देने के लिए भी तैयार था।
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