उत्तर प्रदेश में बेतहाशा बढ़ रहे अपराधों की चपेट में राज्य में सरकार चला रही बीजेपी के नेता भी आ रहे हैं। मंगलवार सुबह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बाग़पत में बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 53 साल के खोखर छपरौली के रहने वाले थे और जिस वक्त यह घटना हुई, वह मॉर्निंग वॉक से लौट रहे थे। बताया गया है कि तीन लोगों ने खोखर पर गोलियां चलाईं जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
सूचना मिलने पर पुलिस मौक़े पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि खोखर की लाश खेतों में पड़ी हुई है और थोड़ी ही देर में वहां आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छपरौली पुलिस स्टेशन के प्रभारी को निलंबित कर दिया है।
खोखर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का क़रीबी माना जाता था। मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए मामले की जांच करने और अभियुक्तों की धरपकड़ के निर्देश दिए हैं।
पुलिस हत्यारों की सरगर्मी से तलाश कर रही है। घटना के बाद स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त गुस्सा है।
अपराध से हाहाकार
उत्तर प्रदेश में इन दिनों चारों ओर अपराध का बोलबाला है और अपहरण और हत्या का धंधा जोरों पर है। कानपुर में अपहरण कर मौत के घाट उतार दिए गए लैब टैक्नीशियन संजीत यादव का मामला हो या फिर गोरखपुर में 14 साल के बच्चे का अपहरण कर उसकी हत्या करने का, ऐसा लगता है कि अपराधी बेख़ौफ हैं। कुछ दिन पहले गोंडा में भी एक बच्चे का अपहरण कर करोड़ों की फिरौती मांगी गई थी। लेकिन तब पुलिस ने बच्चे को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल छुड़ा लिया था।ग़ाज़ियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की सड़क पर हत्या के अलावा भी सैकड़ों ऐसे मामले हैं जो मीडिया की सुर्खियां नहीं बन पाते लेकिन इस तरह के भयावह माहौल में कैसे कोई व्यक्ति ख़ुद को और अपने परिवार को सुरक्षित महसूस कर सकता है।
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