जिस बीजेपी ने अयोध्या मुद्दे पर कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद की स्थिति को संभाल लिया था, नागरिकता क़ानून पर क्यों संभाल नहीं पा रही है? ऐसा क्या हो गया कि अयोध्या जैसे मुद्दे पर भी उत्तर प्रदेश में स्थिति सामान्य बनी रही लेकिन नागरिकता क़ानून पर प्रदर्शन हिंसात्मक हो गया? यहाँ तक कि कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई। क्या बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं थी?
नागरिकता क़ानून पर डैमेज कंट्रोल में आरएसएस, माना बिना तैयारी के बना क़ानून
- उत्तर प्रदेश
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- 30 Dec, 2019
ऐसा क्या हो गया कि अयोध्या जैसे मुद्दे पर भी उत्तर प्रदेश में स्थिति सामान्य बनी रही लेकिन नागरिकता क़ानून पर प्रदर्शन हिंसात्मक हो गया? क्या बीजेपी चूक नहीं गई?

बीजेपी ने अयोध्या मुद्दे से पहले जिस तरह से लोगों और ख़ासकर मुसलिम समुदाय के साथ संपर्क करना शुरू किया था वह इस बार नज़र नहीं आया। अब बीजेपी का ही मानना है कि ऐसे उपाय नहीं किए जाने के कारण ही प्रदर्शन इस स्तर तक पहुँच गया। अब डैमेज कंट्रोल करने का प्रयास शुरू हुआ है। 'इकॉनमिक टाइम्स' के अनुसार, आरएसएस और बीजेपी के नेताओं की मेरठ में शनिवार को इसको लेकर बैठक हुई। इसके लिए क़रीब एक महीना तक अभियान चलाया जाएगा।