तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व आईपीएस आर.बी. श्रीकुमार की गिरफ्तारी की निन्दा करते हुए 304 पूर्व जजों, वकीलों, शिक्षाविदों, नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है। जस्टिस मदन भी लोकुर ने भी आशुतोष से बात करते हुए सत्य हिन्दी के कार्यक्रम में कहा था कि इस गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट को फौरन स्पष्टीकरण देना चाहिए।