एनआईए कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में कश्मीर के अलगावादी नेता को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। सजा सुनाए जाने से पहले यासीन मलिक ने अपने लिए अदालत से किसी तरह की दया दिखाने की मांग करने से इनकार कर दिया। यासीन ने कहा कि मैंने 7 प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है, अगर भारतीय खुफिया एजेंसियां मुझे एक भी मामले में दोषी साबित कर दें तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा।