रेवंत रे़ड्डी तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। पूरा गांधी परिवार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैदराबाद में शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे।
जिन चार राज्यों में मतगणना हो रही है उसमें तेलंगाना भी शामिल है। तेलंगाना में केसीआर की पार्टी चुनाव में हारती दिख रही है। जानिए, चुनाव नतीजों पर केसीआर की पार्टी ने क्या कहा है।
कांग्रेस हालांकि हिन्दी बेल्ट में इस चुनाव में पीछे रह गई लेकिन दक्षिण भारत में उसकी जीत का सिलसिला कर्नाटक के बाद तेलंगाना में भी जारी है। तेलंगाना की जीत का श्रेय रेवंत रेड्डी को दिया जा रहा है, जिन्हें कांग्रेस ने जिम्मेदारी सौंपी तो उन्होंने करिश्मा कर दिखाया। इसके अलावा भी कई और वजहें इस जीत की जिम्मेदार हैं। जानिएः
चुनाव नतीजे आने से पहले तेलंगाना में हलचल बढ़ गई है। कर्नाटक के डिप्टी सीएम और प्रमुख कांग्रेस नेता हैदराबाद पहुंच गए हैं। आरोप है कि बीआरएस प्रमुख केसीआर ने कई कांग्रेस प्रत्याशियों से संपर्क किया है। दूसरी तरफ कांग्रेस नेता, रेणुका चौधरी ने दावा किया कि उन्हें और अन्य नेताओं को बीआरएस नेताओं के फोन आए जो जरूरत पड़ने पर कांग्रेस में शामिल होने के इच्छुक थे।
तेलंगाना पर आजतक का Exit Poll - क्या कांग्रेस करेगी बड़ा उलटफेर या फिर केसीआर फिर बनायेंगे सरकार ? कितना भरोसा करें इन पोल्स पर ? आशुतोष के साथ चर्चा में नरेश कौशिक, हरि कुमार, अफ़रोज़ आलम, विनोद अग्निहोत्री, पीकेडी नांबियार और शीतल सिंह
तेलंगाना विधानसभा के लिए गुरुवार 30 नवंबर को वोट डाले जा रहे हैं। शाम 5 बजे तक क़रीब 63% मतदान हुआ। यहां पर मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पार्टी भारतीय राष्ट्र समिति (बीआरएस) को कांग्रेस और भाजपा से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है। तमाम सर्वे में बीआरएस की स्थिति ठीक बताई गई है लेकिन कांग्रेस ने अपने अभियान से हालात को बदल दिया है। भाजपा यहां लड़ती हुई दिख रही है लेकिन अपने दम पर सरकार बनाना उसके लिए मुश्किल है। मतदान शुरू हो चुका है। यहां जानिए तेलंगाना में मतदान की स्थिति। यह खबर बार-बार अपडेट की जाएगी।
तेलंगाना में कांग्रेस और केसीआर के बीच ज़बर्दस्त टक्कर है । बीजेपी रेस पिछड़ गई है । क्या केसीआर तीसरी बार लकी होंगे या फिर कांग्रेस की होगी वापसी ? मोदी का जादू या राहुल की यात्रा किसका होगा असर ? आशुतोष के साथ आमिर अली खान, विजय ग्रोवर, के श्रीनिवास रेड्डी और अयूब अली खान ।
चुनाव आयोग ने कहा है कि रायथु बंधु योजना के तहत तब तक पैसे का कोई वितरण नहीं किया जाएगा जब तक कि तेलंगाना राज्य में चुनावी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती।
जब तेलंगाना में चुनाव प्रचार शुरू हुआ, तो कांग्रेस उस लड़ाई में तीसरी खिलाड़ी बनती दिख रही थी, जो मोटे तौर पर बीआरएस और बीजेपी के बीच बनती दिख रही थी। हालाँकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया, दृश���य काफी बदल गया। आज बीजेपी रेस से पूरी तरह बाहर होती दिख रही है. आइए जानें क्यों और कैसे?
तेलंगाना में मुस्लिम राजनीति इस चुनाव को प्रभावित करने जा रही है। मुस्लिमों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी (जेएसी) ने अब कांग्रेस को खुला समर्थन देकर सत्तारूढ़ भारतीय राष्ट्रीय समिति (बीआरएस) को बड़ा झटका दे दिया है। तेलंगाना में ओवैसी सिर्फ हैदराबाद तक सिमटे हुए हैं, लेकिन मुस्लिम तेलंगाना के बाकी हिस्सों में भी फैले हैं और वही कांग्रेस की ताकत बनते जा रहे हैं।
Satya Hindi news Bulletin हिंदी समाचार बुलेटिन| लोक पोल सर्वे: तेलंगाना में कांग्रेस को मिल सकता है बहुमत। नेशनल हेराल्ड केस में गांधी परिवार की मुसीबतें बढ़ीं, ED ने की 751.9 करोड़ की संपत्ति जब्त की
तेलंगाना में 30 नवंबर को वोट पड़ेंगे । KCR और कांग्रेस में ज़बर्दस्त लड़ाई है । क्या KCR कांग्रेस को मात दे पायेंगे या फिर कांग्रेस करेगी बड़ा उलटफेर ? क्या है बीजेपी का हाल ? आशुतोष के साथ चर्चा में विजय ग्रोवर, आमिर अली खान और मनीष सिंह।