इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा है कि वह वर्तमान परिस्थितियों में" पार्टी के साथ काम नहीं कर सकते। ध्रुवीकरण, वोट-बैंक की राजनीति और विभाजनकारी राजनीति ने पश्चिम बंगाल में पार्टी की संभावनाओं को बर्बाद कर दिया है।
मोदी सरकार ने जार्ज पंचम की छतरी के नीचे सुभाष चंद्र बोस को पहुंचा दिया और राजपथ को बनाया कर्तव्यपथ .आठ साल बाद यह कर्तव्य क्यों याद आया .क्या नाम बदलने से इतिहास बदल जायेगा ?आज की जनादेश चर्चा .
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत को हथियाने में लगी भारतीय जनता पार्टी के लोग क्या उन्हें ठीक से पहचानते तक नहीं है? राष्ट्रपति रामनाथ कोविंदं ने उनकी फ़र्जी तसवीर का अनावरण कैसे कर दिया?
RSS से विपरीत नेता जी को अपना बनाने में जुटी बीजेपी ! किसान नेताओं को कौन दे रहा है धमकी? कोर्ट ने लगाई टीवी मीडिया को फटकार! देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
उग्र हिन्दुत्व की राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी भले ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस को अपना साबित करने और उनकी विरासत को हड़पने की कोशिश कर रही हो, सच यह है कि मुसलमानों पर सुभाष बाबू की राय बीजेपी की राय से बिल्कुल अलग थी।