आरबीआई ने 2023-24 के लिए रेपो दर को 6.5% तक बढ़ा दिया है। वास्तविक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की वृद्धि 6.4% पर रहेगी। लेकिन रेपो रेट बढ़ने से जनता की जेब ढीली होगी। उसे मिलने वाला हर तरह का लोन महंगा हो जाएगा।
आरबीआई ने बीते कुछ महीनों में लगातार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। रेपो रेट के बढ़ने से घर की ईएमआई यानी होम लोन, गाड़ियों के लिए लिए गए लोन और पर्सनल लोन भी महंगे हो जाएंगे।
रिजर्व बैंक ने चौंकाया है। इसने रेपो रेट 40 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ा दिया है। अब यह बढ़कर 4.40% हो गया है। तो इस बढ़ोतरी के मायने क्या हैं? इससे किसे क्या फायदा और क्या नुक़सान होगा?
भारतीय रिज़र्व बैंक ने रेपो रेट, यानी जिस ब्याज दर पर वह बैंको को पैसे देता है, उसमें कटौती करने का फ़ैसला किया है। इससे बैंकों का ब्याज सस्ता हो सकता है और आपका ईएमआई कम हो सकता है।