सरकार ने वित्त अधिनियम 2021 में संशोधन कर कर-मुक्त पीएफ कंट्रीब्यूशन की सीमा 2.50 लाख से बढ़ा कर पाँच लाख रुपए कर दी है। यह 1 अप्रैल 2021 से लागू होगा।
केंद्र सरकार ने गुरुवार को हुई एक बैठक के बाद पीएफ़ में जमा पैसे पर 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज देने का एलान किया है। यह देश में किसी भी इंस्ट्रूमेंट पर मिलने वाला सर्वाधिक ब्याज दर है।
भविष्य निधि यनी प्रॉविडेंट फंड (पीएफ़) में निवेश करने वालों के लिए बुरी ख़बर है। उन्हें ब्याज की पूरी रकम एक बार में नहीं मिलेगी। वह इसका 8.15 प्रतिशत तो अभी दे देगी, पर बाकी का 0.35 प्रतिशत दिसंबर के अंत तक देगी।