नेहरू को उनके विचारों से भी पहचाना जाता है। आज मोदी ने इन विचारों को जिस तरह गलत तरह से पेश करने की कोशिश की है, ऐसे में यह जानना जरूरी है कि नेहरू और मोदी के विचारों में क्या असमानता है। नेहरू क्या करना चाहते थे और उन्होंने क्या किया। जबकि मोदी जो करना चाहते हैं और जो कर रहे हैं। वो सामने हैं। यह एक जरूरी लेख है। पढ़िएः