एनडीटीवी का मालिक अब अडानी समूह है। कभी इसके मालिक प्रणव रॉय और राधिका रॉय होते थे। लेकिन एनडीटीवी को खड़ा करने वाले दोनों मालिकों पर धोखाधड़ी के आरोप लगाये गये। सीबीआई को जांच सौंप दी गई। इसी दौरान अडानी इस प्रतिष्ठित चैनल के मालिक बन बैठे। लेकिन 7 साल बाद सीबीआई ने धोखाधड़ी के उस केस में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी है यानी सीबीआई को अपनी जांच में कुछ नहीं मिला।
हमारे समय के बहुत संजीदा पत्रकार कमाल ख़ान दो साल पहले 14 जनवरी के ही
दिन चले गए थे। उनके नाम एक खत। कमाल खान और प्रियदर्शन एनडीटीवी के चर्चित दौर में एकसाथ रहे हैं। यूपी से धारदार राजनीतिक और सामाजिक विषयों पर कमाल खान की रिपोर्टिंग उनकी पहचान थी। अयोध्या को उन्होंने अनगिनत बार कवर किया। हालांकि वो प्रिंट पत्रकारिता से आए थे लेकिन उन्होंने टीवी पत्रकारिता में नाम रोशन किया।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । रिपोर्ट: पत्रकार रवीश कुमार का NDTV से इस्तीफ़ा! जुलाई-सितंबर की तिमाही में 6.3% रही GDP, पहली तिमाही से आधी
भारतीय पत्रकारिता का एक लंबा दौर रहा है जिसने रामनाथ गोयनका जैसे जुझारू मालिक के साथ राहुल बारपुते ,बीजी वर्गीज ,मुलगांवकर ,कुलदीप नैयर ,प्रभाष जोशी ,राजेंद्र माथुर ,एसपी सिंह जैसे दिग्गज पत्रकारों का दौर देखा है .इसके बाद भी सत्ता से दो दो हाथ करने वाले पत्रकारों का दौर आया .क्या यह दौर खत्म हो जाएगा ?
एनडीटीवी में पिछले कुछ समय से जो उथल-पुथल का दौर चल रहा है, इसी बीच अब वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार के इस्तीफ़े की ख़बर आई है। जानिए आख़िर उन्होंने इस्तीफ़ा क्यों दिया।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। अडानी: ‘NDTV खरीदना हमारी ज़िम्मेदारी, सरकार सही करे तो दिखाने का साहस हो’ । शाह : 2002 में 'सबक' सिखाकर BJP ने राज्य में ' स्थायी शांति' कायम की
अडानी समूह ने जिस तरह से एनडीटीवी पर कब्जे की कोशिश की वह अब कामयाब होती नजर नही आ रही है .एनडीटीवी प्रबंधन भी इस कोशिश के खिलाफ खड़ा हो गया है .और भी तकनीकी मुद्दे खड़े हो गए है .क्या अडानी इस खेल में कामयाब हो पाएंगे ?आज की जनादेश चर्चा .
एनडीटीवी के अधिग्रहण की जबरिया कोशिशों पर देशभर में चिन्ता जताई जा रही है। खुद एनडीटीवी ने इसका विरोध किया है और कहा अडानी समूह को इस डील के लिए सेबी का अनुमोदन लेना होगा।
स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए मशहूर एनडीटीवी के बिकने की खबरें आ रही हैं। अडानी समूह इसका टेकओवर करने में जीजान से जुटा है। एनडीटीवी के जन्मदाता प्रणय रॉय इसे बचाने की कोशिश में जुटे हैं। इस बड़े सौदे के पीछे की कहानी वरिष्ठ पत्रकार आलोक जोशी बता रहे हैं।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। NDTV में 29.18 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदेगा अडानी ग्रुप! बिलकीस के पति बोले- दोषियों की रिहाई ने ज़िंदगी नर्क बना दी