भारत में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा पर नजर डालिए। मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा और उनकी हत्या की एक राजकीय संस्कृति विकसित हुई। प्रसिद्ध विचारकर और लेखक अपने स्तंभ वक्त बेवक्त में बता रहे हैं मोनू मानेसर उस संस्कृति का हिस्सा है। पढ़िए यह विचारोत्तेजक लेखः
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अंधाधुंध गिरफ्तारियों पर चिन्ता जताई थी। इस संबंध में जेलों में बंद अंडर ट्रायल कैदियों का आंकड़ा ही इस बात की पुष्टि के लिए काफी है कि देश की जेलें वाकई छोटे-मोटे आरोपों में पकड़े गए लोगों से भर उठी हैं। इसमें यूपी सबसे टॉप पर है। आंकड़ों के हवाले से पढ़िए यह रिपोर्ट।
यह धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की जगह अब एक 'मुसलमान-शंकालु' राष्ट्र में तब्दील हो रहा है। धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र का मतलब सिर्फ़ एक क़ानूनी अवस्था नहीं। उसका मतलब था, अलग-अलग समुदायों का साथ जीने का एक तरीक़ा।