दिल्ली विश्वविद्यालय ने ग्रैजुएशन में मनुस्मृति पढ़ाने का प्रस्ताव खारिज कर दिया है। समझा जाता है कि हवा का रुख विपरीत होने के कारण केंद्र सरकार के निर्देश पर दिल्ली यूनिवर्सिटी यह कदम उठाने पर मजबूर हुई। डीयू की लॉ फैकल्टी के इस प्रस्ताव को हाई लेवल पर समर्थन नहीं रहा होगा, ऐसा नहीं माना जाता। लेकिन फिलहाल मोदी सरकार संविधान और अंबेडकर को लेकर बचाव की मुद्रा में है।