केंद्र सरकार के जून 2024 में जारी कुपोषण ट्रैकर से पता चलता है कि मध्यप्रदेश की आंगनबाड़ियों में 40% बच्चे पूरी तरह कुपोषित हैं और 27% बच्चे अर्द्धकुपोषित! प्रदेश में 15 से 19 वर्ष की 58% लड़कियां एनीमिया से पीड़ित हैं। आख़िर ऐसे हालात क्यों हैं?
भारत में पर्याप्त भोजन की व्यवस्था और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा क़ानून (2013) होने के बाद भी लगभग 19 करोड़ लोग ऐसे हैं जो रात में भूखे सोते हैं। पौष्टिक आहार की तो बात ही दूर है।